महिला आयोग ने तैयार किया व्यापक मसौदा, आखिरी छोर की महिलाओं तक पहुंचेगा लाभ
देहरादून, 6 मार्च 2025: उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि राज्य की नई महिला नीति उत्तराखंड की महिलाओं को हर क्षेत्र में सशक्त बनाएगी। उन्होंने आज आईआरडीटी सभागार में आयोजित ‘एम्पॉवर वूमेन: विकसित और सशक्त उत्तराखंड’ सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने भी राज्य की महिलाओं के लिए एक सशक्त महिला नीति तैयार की है, जिससे दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को भी हर स्तर पर मजबूती मिलेगी।
महिला नीति को तैयार करने के लिए गहन विचार-विमर्श
कुसुम कंडवाल ने बताया कि महिला नीति को अंतिम रूप देने के लिए महिला आयोग ने विषय विशेषज्ञों, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के पदाधिकारियों के साथ गहन मंथन किया। कई दिनों तक गहरी चर्चा के बाद यह नीति बनाई गई है, जिससे महिलाओं को उनके अधिकार और अवसरों का अधिकतम लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की महिलाओं ने राज्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां की महिलाएं मेहनती, संघर्षशील और दृढ़ निश्चयी हैं। इस नीति से उन्हें नई दिशा मिलेगी और उनके लिए नए अवसर खुलेंगे।”
मुख्यमंत्री ने की नीति की घोषणा, जल्द होगा क्रियान्वयन
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस नीति की घोषणा कर दी है, और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। इस नीति के तहत महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक, राजनीतिक और स्वास्थ्य से जुड़े सभी पहलुओं को मजबूत करने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
महिला सशक्तिकरण के लिए जागरूकता और सहयोग जरूरी
कार्यक्रम में सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राज शेखर जोशी और सलाहकार डॉ. भावना शिंदे सहित अन्य सदस्यों की सराहना करते हुए कुसुम कंडवाल ने कहा कि ऐसे सेमिनार महिलाओं में आत्मविश्वास जगाने और उन्हें जागरूक करने का कार्य करते हैं। राज्य महिला आयोग इस तरह की पहल का हर संभव सहयोग करेगा ताकि महिला सशक्तिकरण का संदेश हर घर तक पहुंचे।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ
उन्होंने सभी प्रतिभागियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह अवसर हमें महिलाओं के अधिकारों, उनकी उपलब्धियों और उनके संघर्षों को सम्मान देने की प्रेरणा देता है। उत्तराखंड में नई महिला नीति महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।
➡ उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की यह पहल देवभूमि की महिलाओं को सशक्त करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ेगी।