उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विधानसभा सत्र के दौरान दिए गए बयान “साले, उत्तराखंड क्या सिर्फ पहाड़ के लोगों के लिए बना?” को लेकर प्रदेशभर में भारी आक्रोश है। इस बयान के बाद देहरादून, टिहरी, अल्मोड़ा, चमोली और उत्तरकाशी समेत कई जिलों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए उनके पुतले जलाए। सोशल मीडिया पर भी यह बयान तेजी से वायरल हो रहा है, और लोग इसे उत्तराखंड के पहाड़ी समाज का अपमान बता रहे हैं।
बढ़ते विरोध को देखते हुए प्रेमचंद अग्रवाल गंगा किनारे पहुंचे और माफी मांगी। उन्होंने गंगा मैया के सामने हाथ जोड़कर कहा- मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।”
हालांकि, जनता का गुस्सा अब भी शांत नहीं हुआ है और विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। लोग सरकार से मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, और कई संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन और तेज होगा।