“माँ… पापा को क्यों मारा?” – मासूम बेटी की सिसकियों के बीच दफन हुआ एक दर्दनाक सच

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मेरठ: “माँ, पापा कहाँ हैं?” यह सवाल जब पाँच साल की मासूम पीहू ने पूछा, तो पूरी कॉलोनी में सन्नाटा छा गया। कोई नहीं जानता था कि जिस पापा को वह आवाज़ दे रही थी, वह अब इस दुनिया में नहीं थे – और सबसे बड़ी हैरानी की बात यह थी कि उन्हें मारने वाली कोई और नहीं, बल्कि खुद उनकी पत्नी ही थी।

एक प्यार जो धोखा बन गया

सौरभ एक सीधा-सादा इंसान था। अपनी पत्नी मुस्कान और बेटी पीहू के लिए दिन-रात मेहनत करता था। वह पिछले दो साल से दुबई में नौकरी कर रहा था और हाल ही में छुट्टियों में अपने परिवार के पास लौटा था। वह खुश था कि अब कुछ वक्त अपनी बेटी और पत्नी के साथ बिता सकेगा, लेकिन उसे क्या पता था कि इस खुशी की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी।

पत्नी ने ही रच दी पति की मौत की खौफनाक साजिश

सौरभ को अंदाज़ा भी नहीं था कि जिस मुस्कान को वह अपनी दुनिया मानता था, वही उसे मौत के घाट उतारने की योजना बना रही थी।

3 मार्च की रात, मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल को घर बुलाया। पहले सौरभ को खाने में नींद की गोलियाँ दीं, और जब वह गहरी नींद में चला गया, तो साहिल ने उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया।

खून का फव्वारा उछला, लेकिन मुस्कान चुप रही। साहिल ने बार-बार रॉड से वार किए, जब तक कि सौरभ की सांसें नहीं रुक गईं।

बेटी उसी कमरे में सो रही थी, लेकिन…

सबसे खौफनाक बात यह थी कि जब ये सब हो रहा था, तो पाँच साल की पीहू उसी घर में सो रही थी। उसे नहीं पता था कि सुबह जब वह उठेगी, तो उसकी पूरी दुनिया बदल चुकी होगी।

लाश के टुकड़े किए और सीमेंट के ड्रम में छिपा दिया

हत्या के बाद साहिल और मुस्कान ने सौरभ के शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया।

वे चाहते थे कि लाश कभी बरामद न हो, इसलिए उन्होंने एक बड़ा ड्रम खरीदा, उसमें शव के टुकड़े डाले और ऊपर से सीमेंट भर दिया।

पुलिस ने खोला सीमेंट का ड्रम, तो हड्डियाँ भी काँप गईं

हत्या के बाद मुस्कान और साहिल शिमला भाग गए और शादी कर ली। लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।

जब पीहू ने बार-बार नानी से पूछा कि “पापा कब आएंगे?” तो शक गहरा गया। नानी ने जब पुलिस में शिकायत की, तो पुलिस ने मुस्कान से सख्ती से पूछताछ की।

“हाँ, मैंने मारा अपने पति को!” – पत्नी का कबूलनामा**

जब पुलिस ने ड्रम तोड़ा, तो भीतर का नज़ारा देखकर इंस्पेक्टर तक काँप उठे।

सीमेंट के अंदर से सौरभ की लाश निकली – सिर कटा हुआ, हाथ-पैर अलग, और पूरा शरीर बुरी तरह सड़ चुका था।

पूछताछ में मुस्कान ने कहा, “हाँ, मैंने मारा उसे! वो मेरी ज़िंदगी में बोझ बन गया था। मैं साहिल से प्यार करती थी और उसके साथ रहना चाहती थी!”

अब कौन संभालेगा उस मासूम को?

अब सवाल ये है कि पीहू का क्या होगा?

जिस माँ ने उसके पिता को मार डाला, उसे अब वह कभी देखना नहीं चाहती। लेकिन वह इतनी छोटी है कि उसे अभी ये तक नहीं पता कि उसके पापा अब कभी वापस नहीं आएंगे।

प्यार के नाम पर इतना बड़ा धोखा – क्या मुस्कान और साहिल को मिलेगी फांसी?

मेरठ ही नहीं, पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा है। लोग मांग कर रहे हैं कि मुस्कान और साहिल को फांसी दी जाए।

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब इंसान प्यार के नाम पर इतना अंधा हो जाए कि अपने ही घर को तबाह कर दे, तो क्या समाज में अब रिश्तों पर भरोसा करना भी एक गलती बन चुकी है?

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