देहरादून, 10 मार्च: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने यात्रा मार्गों पर सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने यातायात प्रबंधन और पार्किंग को लेकर भी विशेष निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने पंजीकरण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने और ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान की शुरुआत करने पर बल दिया।
चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफलाइन है और इसके सुचारू संचालन के लिए सभी स्तरों पर समन्वित प्रयास किए जाएं। उन्होंने पिछले साल की यात्रा में आई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष की योजना को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से यात्रा मार्गों पर रुकना न पड़े। यदि यातायात प्रबंधन के दृष्टिगत रोकना भी पड़े, तो वहां सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर हेल्थ स्क्रीनिंग टेस्ट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने पशुपालन विभाग को यात्रा मार्गों पर घोड़े-खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण करने और उनके लिए गर्म पानी व चारे की समुचित व्यवस्था करने को कहा।
स्वच्छता को लेकर भी मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर पर्याप्त शौचालयों और पिंक टॉयलेट्स की व्यवस्था करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से स्वच्छता अभियान चलाने की अपील की।
हेलीकॉप्टर सेवा और सुरक्षा के लिए कड़े कदम
मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए विजिलेंस टीम को सतर्क रहने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी करने और यात्रा मार्गों पर मोबाइल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए भी कहा।
विकल्पिक मार्ग और मौसम अपडेट सिस्टम को किया जाएगा मजबूत
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को परेशानी न हो। उन्होंने मौसम विभाग को रियल-टाइम अपडेट सिस्टम को और मजबूत करने के लिए भी कहा, जिससे श्रद्धालुओं को सही जानकारी मिल सके।
नंदा राजजात और 2027 के कुंभ की तैयारियों के निर्देश
मुख्यमंत्री ने 2026 में होने वाली नंदा राजजात यात्रा और 2027 के हरिद्वार कुंभ मेले के लिए अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, गंगोत्री और यमुनोत्री के मास्टर प्लान पर भी कार्य करने के लिए कहा।
अधिकारियों को ‘गॉडफादर’ बनने की अपील
मुख्यमंत्री ने राज्य के IAS, IPS और PCS अधिकारियों से अपील की कि वे अपने करियर की शुरुआत में जिन तहसीलों, ब्लॉकों या थानों में कार्यरत रहे हैं, उन्हें गोद लेकर उनके विकास में योगदान दें। उन्होंने अधिकारियों को रात्रि प्रवास करने और जन समस्याओं का समाधान निकालने के निर्देश भी दिए।
बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री रहे मौजूद
इस बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम समेत विभिन्न विभागों के सचिव, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और चारधाम यात्रा से जुड़े जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
चारधाम यात्रा: राज्य सरकार का संकल्प – सुरक्षित, सुगम और स्वच्छ यात्रा
चारधाम यात्रा को सुरक्षित, सुगम और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में इस बार की यात्रा को और बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालु शांति और भक्ति के साथ अपनी यात्रा पूरी कर सकें।