चुनावी हार के बाद 10 दिन के लिए पंजाब जाएंगे अरविंद केजरीवाल, जानिए वजह
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पहली बार दिल्ली से बाहर जा रहे हैं। वह 5 मार्च से 15 मार्च तक पंजाब के होशियारपुर स्थित धम्म धजा विपश्यना केंद्र में 10 दिवसीय ध्यान सत्र में भाग लेंगे।
हार के बाद सार्वजनिक रूप से पहली बार नजर आएंगे केजरीवाल
आम आदमी पार्टी को हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। 70 में से केवल 22 सीटों पर सिमटने वाली AAP ने सत्ता भी गंवा दी। खुद अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए। चुनावी हार के बाद से उन्होंने सार्वजनिक रूप से कोई उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है और केवल पार्टी की बैठकों तक ही सीमित रहे हैं।
पहले भी विपश्यना शिविर में शामिल हो चुके हैं केजरीवाल
यह पहली बार नहीं है जब अरविंद केजरीवाल ध्यान शिविर में भाग लेंगे। इससे पहले भी वह दिसंबर 2023 में होशियारपुर के इसी केंद्र में 10 दिनों तक विपश्यना साधना कर चुके हैं। इससे पहले वह आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ के बाद भी विपश्यना केंद्र में रुके थे।
दिल्ली चुनाव में AAP की हार और भाजपा की बड़ी जीत
2015 से लगातार दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही आम आदमी पार्टी को 2024 के विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा। बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज कर AAP का वर्चस्व समाप्त कर दिया। इस चुनाव में मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येंद्र जैन और सोमनाथ भारती जैसे कई बड़े नेता भी हार गए।
पंजाब में बढ़ती सियासी हलचल
केजरीवाल का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब पंजाब में AAP विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने की अफवाहें तेज हैं। कांग्रेस ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी के कई विधायक उसके संपर्क में हैं और वे दल बदल सकते हैं। हालांकि, AAP ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को हटाने की अफवाहों को भी गलत बताया है।
क्या कहना है पार्टी का?
AAP की दिल्ली इकाई चुनावी हार की समीक्षा कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि भविष्य में संगठन में वही नेता जिम्मेदारी निभाएंगे, जिन्होंने चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया।
अब देखना होगा कि केजरीवाल के विपश्यना सत्र के बाद AAP पंजाब और दिल्ली में अपनी रणनीति को कैसे आगे बढ़ाती है।